रहुई (नालंदा) : सर्दी की काली रात में एक बुजुर्ग की मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। मननकी गांव में गुरुवार की भोर में हुए इस हादसे में 65 वर्षीय भागवत महतो की जिंदा जलकर मौत हो गई। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए बोरसी की आग से हाथ-पांव सेंक रहे बुजुर्ग को मौत ने ऐसे आ घेरा कि बचने का मौका तक नहीं मिला। पुत्र की आंखों में आंसू थे जब उसने बताया कि सुबह करीब 4 बजे उनके पिता झोपड़ी में बोरसी से हाथ-पांव सेंक रहे थे। अचानक बोरसी की एक चिंगारी ने पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। आग की भीषण लपटों ने भागवत महतो को घेर लिया और देखते ही देखते एक परिवार का सहारा राख में तब्दील हो गया। थानाध्यक्ष कुणाल कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। परिवार के बयान के अनुसार यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था, जो बोरसी सेंकने के दौरान हुआ। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर सर्दी में गरीबों की मजबूरियों को उजागर कर दिया है, जहां जान बचाने के लिए की गई कोशिश ही जान लेने का कारण बन गई।