बेगूसराय: तेघड़ा के कांग्रेस भवन में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद की जयंती मनाई गई । कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष रणधीर मिश्रा ने किया वही कार्यक्रम का संचालन युवा नेता रोशन कुमार ने किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर अध्यक्ष रणधीर मिश्रा ने कहा राजेंद्र प्रसाद का जन्म तीन दिसंबर 1984 को जीरादेई सीवान में हुआ था । वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ, वकील और पत्रकार थे जो भारत गणराज्य के पहले राष्ट्रपति बने थे । वे मामूली साधनों वाले एक जमींदार परिवार में पले बढे प्रसाद कोलकाता ला कालेज से स्नातक थे । उन्होंने कोलकाता उच्च न्यायालय में वकालत की और 1916 में पटना उच्च न्यायालय में स्थानांतरित हो गए । उन्होंने असहयोग आंदोलन में शामिल होने के लिए 1920 में अपनी वकालत छोड़ दी । राष्ट्रवादी हित में एक सक्रिय पत्रकार बनकर उन्होंने सर्च लाइट के लिए अंग्रेजी में लिखा । हिंदी साप्ताहिक देश की स्थापना और संपादन किया और हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में स्थापित करने के लिए अपना आजीवन अभियान शुरू किया । वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रोशन कुमार ने कहा 1946 में राजेन्द्र बाबू को पूर्ण स्वतंत्रता से पहले अंतरिम सरकार में खाद्य और कृषि मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई । उन्होंने 1946 से लेकर 1949 तक भारतीय संविधान सभा की अध्यक्षता की और संविधान को आकार देने में मदद की । 1950 में उन्हें सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुना गया और पहले आम चुनाव 1952 के बाद नए निर्वाचक मंडल के भारी बहुमत से उन्हें चुना गया । उन्होंने 1962 में अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लिया और इस वर्ष उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया । मौके पर महेंद्र कुवर, रामबाबू साह, बमबम कुमार, पंकज कुमार, दिनेश ठाकुर, अवध किशोर सिंह, सरोज पासवान सहित दर्जनों कार्यकर्ता ने कार्यक्रम को संबोधित किया