बिहारशरीफ : बिहारशरीफ के डीआरसीसी में गुरुवार को एक अजीब मामला सामने आया है, जहाँ शिक्षक क्रांति कुमार की काउंसलिंग को बिना किसी स्पष्ट कारण के रोक दिया गया। विभाग के अधिकारियों द्वारा व्हाट्सएप पर भेजे गए संदिग्ध संदेश ने पूरे मामले में एक नया मोड़ ले लिया है। दरअसल जब काउंसलिंग के लिए सभी तैयारियाँ पूरी थीं, तब अचानक डीपीओ द्वारा क्रांति कुमार की काउंसलिंग रोक दी गई। न तो विभाग के अधिकारियों को इसका कारण पता है और न ही शिक्षक को।
डीपीएम पर लगा भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप
क्रांति कुमार के भाई रीतेश कुमार ने डीपीओ आनंद सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अधिकारी सर्विस बुक में 200-500 रुपये लेकर काम करते हैं और दलालों को संरक्षण देते हैं। वहीं इस मामले में शिक्षक क्रांति कुमार का कहना है कि मेरा काउंसलिंग क्यों रोका गया है ये तो मुझे भी नहीं पता जबकि विभाग के द्वारा मुझे काउंसलिंग का तारीख और समय, स्लॉट सब भेजा गया है।
लिखित आदेश के बजाय व्हाट्सएप मैसेज से डीपीओ ने दिया आदेश
और यहां डीआरसीसी कार्यालय में बैठे अधिकारी द्वारा काउंसलिंग रोक दिया गया है उनका कहना है डीपीओ द्वारा आदेश आया है कि आपका काउंसलिंग नहीं होगा लेकिन जब इसके पीछे की वजह पूछा तो वो कुछ भी बताने से इनकार कर रहे है। जबकि इस के लिए मेरे पास कहीं से कोई भी लिखित आदेश नहीं आया है। जबकि डीआरसीसी में मौजूद अधिकारियों ने केवल इतना कहा कि डीपीओ का व्हाट्सएप पर संदेश आया है काउंसलिंग रोकने का, लेकिन कोई लिखित आदेश नहीं। वहीं इस संबंध में डीपीओ ने कुछ भी बताने से इनकार करते हुए कहा कि देखते है क्या मामला है।