- नालंदा बना चोरों का गढ़ : 15 दिनों में 54 लाख की चोरी!
- सीसीटीवी की आंखों में धूल झोंककर दिनदहाड़े डकैती : विरोध पर चली थी गोली
- रात तो रात चोरों ने दिन के उजालों में भी जिला प्रशासन की तीसरी आंख के साथ खेल नुक्का छिपी का खेल
Biharsharif : नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में चोरों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 15 दिनों में चोरों ने छह बड़ी वारदातों को अंजाम देकर पुलिस व्यवस्था की पोल खोल दी है। 23 दिसंबर से शुरू हुआ चोरी का यह सिलसिला 7 जनवरी तक जारी रहा, जिसमें करीब 54 लाख रुपये की संपत्ति पर चोरों ने हाथ साफ किया।
एक दिन में तीन बड़ी वारदातें
23 दिसंबर को चोरों ने एक ही दिन में तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। छिलकापर मोहल्ले में सबसे बड़ी चोरी की घटना सामने आई, जहां व्यवसायी मुन्नू कुमार के घर से 20.5 लाख के गहने और नकदी चोरी हुई। चोरों ने परिवार के छत पर धूप सेकने के दौरान वारदात को अंजाम दिया। सीसीटीवी फुटेज में चोरों की पूरी टीम नजर आई, जिनमें कुछ अंदर घुसे और कुछ बाहर रेकी करते दिखे। इसी दिन बड़ी पहाड़ी मोहल्ले में एक और बड़ी वारदात हुई, जहां 22 लाख की लूट के दौरान विरोध करने पर मकान मालिक को गोली मार दी गई। तीन दिन बाद 26 दिसंबर को बैंक कॉलोनी में एएनएम रूपा कुमारी के फ्लैट से 10 लाख के जेवरात और नकदी चोरी हुई।
नए साल में भी जारी रहा सिलसिला
3 जनवरी को चोरों ने विधायक आवास के पास रवि गुप्ता के घर से एक लाख की चोरी की। इसी दिन किसान सिनेमा के पीछे एक और चोरी की घटना में 2 लाख की संपति पर हाथ साफ किया। ताजा वारदात 7 जनवरी को पहाड़ी मोड पर हुई, जहां दो दुकानों से लाखों का माल चोरी हुआ। सूत्रों के अनुसार, सभी वारदातों का तरीका एक जैसा है, जो एक ही गिरोह की ओर इशारा करता है। शहर के व्यापारियों में दहशत का माहौल है और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
नालंदा पुलिस की विफलताओं का कैलेंडर
- 23 दिसंबर: छिलकापर में 20.5 लाख की चोरी
- 23 दिसंबर: बड़ी पहाड़ी में 22 लाख की लूट, गोलीबारी
- 26 दिसंबर: बैंक कॉलोनी में एएनएम के घर 10 लाख की चोरी
- 3 जनवरी: आशानगर में एक लाख की चोरी
- 3 जनवरी: किसान सिनेमा के पास 2 लाख की संपति पर हाथ साफ
- 7 जनवरी: पहाड़ी मोड पर दो दुकानों में लाखों की चोरी
कोहरे की चादर में छिपी अपराध की चाल को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट
जिला पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने चिंता जताते हुए कहा कि मौसम में आए अचानक बदलाव और तापमान में गिरावट के कारण शहर में छाए घने कोहरे ने पुलिस के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। जीरो विजिबिलिटी के कारण शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे भी आंख की तरह काम करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने इस चुनौती से निपटने के लिए कमर कस ली है। सोनी ने बताया कि गश्ती दलों की संख्या बढ़ा दी गई है और जल्द ही सभी आपराधिक घटनाओं का पर्दाफाश किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।