शादी के खर्च के लिए बेची जमीन के पैसों ने ली जान : पांच आरोपी गिरफ्तार
बिहारशरीफ : नालंदा पुलिस ने एक संयुक्त परिवार के भीतर हुई खौफनाक हत्या का 48 घंटे के भीतर सफलतापूर्वक उद्भेदन कर दिया है। पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने बताया कि प्रॉपर्टी डिलर नीरज कुमार उर्फ मुन्नू (34 वर्ष) की हत्या उसके अपने ही चचेरे भाइयों और दो अन्य साथियों ने मिलकर की थी।
जमीन के पैसों को लेकर हुआ खूनी खेल
घटना का कारण पारिवारिक विवाद और आर्थिक हितों का टकराव रहा। पुलिस अधीक्षक भरत सोनी के अनुसार, मृतक नीरज कुमार की अप्रैल 2025 में शादी होने वाली थी, जिसके खर्च के लिए उसने अपनी पैतृक जमीन बेच दी थी। जमीन से प्राप्त लगभग 75 लाख रुपये की हिस्सेदारी को लेकर उसके चचेरे भाइयों - केशव कुमार, हर्षित कुमार और हरिओम कुमार ने गांव के दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर साजिश रची।
अंधेरी रात में हुई वारदात
17 मार्च 2025 को रात करीब 9 बजे आरोपियों ने नीरज कुमार को गोली मारकर हत्या कर दी और शव को छिपाने के उद्देश्य से गांव के पूरब कुओं में फेंक दिया। राजगीर थाना क्षेत्र के मोहल्ला नई पोखर के पास कुओं से 18 मार्च को नीरज का शव बरामद हुआ था।
विशेष जांच टीम ने किया पर्दाफाश
पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने बताया कि घटना के गंभीर होने के कारण राजगीर थाना कांड के अंतर्गत अनुमंडल पुलिस अधिकारी राजगीर के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया था। अनुसंधान के क्रम में महत्वपूर्ण साक्ष्य और तथ्यों के आधार पर पुलिस ने पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
आरोपियों ने कबूला जुर्म
पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने अपनी अपराधिता को स्वीकार कर लिया है। आरोपियों की पहचान केशव कुमार, हर्षित कुमार, हरिओम कुमार (तीनों चचेरे भाई), सौरव कुमार उर्फ ममू और केशव कुमार उर्फ सोना के रूप में हुई है।
बरामदगी से मिले महत्वपूर्ण सबूत
पुलिस ने घटना में इस्तेमाल एक पिस्तौल, 7.62 एमएम का खोखा और एक जिंदा कारतूस, घटनास्थल से आरोपित हरिओम कुमार का टूटा हुआ चश्मा, मृतक का मोबाइल फोन, एयरबड और चश्मा भी बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।