बिहारशरीफ : न्याय के पिपासुओं के लिए खुशखबरी! बिहारशरीफ के व्यवहार न्यायालय परिसर में आगामी 8 मार्च को वर्ष का पहला राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस महा-आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के लिए गुरुवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी की अध्यक्षता में न्यायिक पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। न्याय अब सस्ता होगा, तेज होगा, और दरवाजे पर होगा! जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अमित गौरव ने बताया कि इस लोक अदालत में बिजली बिल, बैंक ऋण, सुलहनीय वादों सहित विविध मामलों का आपसी सहमति से एक ही दिन में निपटारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोक अदालत न्याय प्राप्ति का ऐसा माध्यम है, जहां न केवल झगड़े सुलझते हैं, बल्कि रिश्ते भी बनते हैं। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश अमिताभ चौधरी ने एक विशेष जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिला न्यायाधीश ने कहा कि यह अनोखी रैली न्याय की जानकारी लेकर जिले के दूरदराज के कोनों तक पहुंचेगी, ताकि गांव-गांव के लोग भी न्याय की इस गंगा में डुबकी लगा सकें। हमारा संकल्प है - कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि लोक अदालत में न केवल मामलों का त्वरित निपटारा होता है, बल्कि न्यायालयों के बोझ को भी हल्का किया जाता है। विधिक सेवा प्राधिकार ने जनता से अपील की है कि वे 8 मार्च को होने वाले इस "न्याय महाकुंभ" का अधिकतम लाभ उठाएं। इस दिन वरिष्ठ अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों की विशेष टीम मौजूद रहेगी, जो आमजन की समस्याओं का समाधान करेगी। विशेष बात यह है कि लोक अदालत में लिया गया निर्णय अंतिम होता है, जिस पर कोई अपील नहीं हो सकती। यह प्रक्रिया न केवल समय बचाती है, बल्कि जेब भी बचाती है, क्योंकि इसमें कोई न्यायालय शुल्क नहीं लगता है। तो आइए, 8 मार्च को बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय परिसर में होने वाले इस न्याय महोत्सव का हिस्सा बनें और अपने विवादों का समाधान पाएं!