पटना : बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिए गए अपने विवादास्पद बयान से हलचल मचा दी है। "उड़ान" नामक महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में डीजीपी ने स्पष्ट शब्दों में कहा - "घर के बूढ़े जब अश्लील नाच देखेंगे तो उनके बच्चे बलात्कारी बनेंगे ही।" मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेत्री नीतू चंद्रा और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में डीजीपी ने समाज में फैली अश्लीलता पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने विवाह जैसे पारंपरिक समारोहों में वल्गर गानों पर नाचने की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की। डीजीपी ने जेडीयू विधायक गोपाल मंडल पर भी परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, "कोई महिला के गाल पर नोट सटाता है तो यह अत्यंत आपत्तिजनक है। कि समाज में फैली अश्लीलता के खिलाफ सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा। विनय कुमार ने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि महिलाओं को स्वयं आवाज उठानी होगी। अगर वे घर से निकलकर अश्लील गानों और नृत्यों पर रोक लगाने की मांग करें तो यह सब बंद हो जाएगा। उन्होंने पुलिस हेल्पलाइन पर आने वाले महिलाओं के फोन कॉल का जिक्र करते हुए बताया कि कई महिलाएं कार्यक्रमों में असहज महसूस करती हैं और मदद मांगती हैं। कार्यक्रम में विशेष शाखा की डीआईजी हरप्रीत कौर ने महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता पर जोर देते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे जरूरी है कि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनें और इसके लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। नीतू चंद्रा ने भोजपुरी गानों की अश्लीलता पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इससे बिहार की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसे गाने न देखें, न सुनें और न ही दूसरों को देखने-सुनने दें। डीजीपी ने राज्य में महिला सशक्तिकरण के प्रयासों का भी उल्लेख किया, जिसमें 35% आरक्षण और 27,000 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति शामिल है।