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स्मार्ट सिटी : डेढ़ साल में भी पूर्ण रूप से नहीं चालू हो सका ट्रैफिक लाइट सिस्टम : करोड़ों की लागत से बनी ट्रैफिक लाइट सिस्टम हुई बेकार

Bihar 30-May-2023   10152
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बिहारशरीफ : दिसंबर 21 में शहर के अस्पताल मोड़ के पास बड़ी धूमधाम से ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया था। लोग दिल्ली व पटना से शहर की तुलना करने लगे थे। शहर के आधा दर्जन अन्य स्थानों पर भी लाइट व सिग्नल लगा दिया गया। दावा किया गया था जल्द ही अन्य मोड़ों पर भी इसकी शुरुआत की गयी। डेढ़ साल होने को हैं, एक भी स्थान पर इसे चालू नहीं किया गया। कई स्थानों पर तो लाइट जलती रहती है। लोग रेड लाइट देखकर रुक भी जातें है। अब तो धीरे-धीरे लाइट खराब भी होने लगी है। भरावपर, एतवारी बाजार, सोहसराय मोड़, देवीसराय, करगिल मोड़, 17 नंबर चौक, अंबेर चौराहा, भैंसासुर चौराहा, खंदकपर मोड़ पर ट्रैफिक लाइट लगाने की योजना बनायी गयी थी। इनमें से अधिकतर स्थानों पर लाइट लगा दिये गये हैं। आधा दर्जन स्थानों पर टेस्टिंग होने के बाद लाइट जलने लगी। अधिकृत रूप से आज भी कहीं पर इसकी शुरुआत नहीं हुई।

डिस्पले बोर्ड भी पड़ा है बेकार 

अस्पताल मोड़, देवीसराय, करगिल चौक, पिचासा मोड़, सोहसराय, खंदक मोड़ व रामचंद्रपुर बस स्टैंड के पास डिजीटल डिस्पले बोर्ड लगाये गये थे। इनमें से अधिकतर खराब हैं। पब्लिक अड्रेस सिस्टम पर पहले कोरोना बजता था अब अफवाह फैलाने पर होगी कार्रवाई बज रही है। ऐसा लगता है कि रिकार्ड प्लेयर की सुई अटक गयी हो। मोड़ों पर कई तरह के कैमरे लगाये गये थे। दावा था कि इनकी मदद से बिना रोके-टोके ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने वालों का चालान कटकर उनके घर पहुंच गया। अभी, बेचारे ट्रैफिक जवानों को कड़ी धूप में दौड़-दौड़कर हेलमेट नहीं पहनने वाले लोगों को पकड़ना पकड़ना है। जाम लगे तो लगे, चालान काटना जरुरी है।

आमलोगों को नहीं मिल रहा फायदा

शहर में करीब 550 कैमरे लगाये गये थे। कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, ट्रैफिक सिग्नल, डिस्प्ले बोर्ड आदि लगाने में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किये गये। ऐसा लगता है कि सारे पैसे पानी में बह गये। अभी भी शहर में जाम लग रहा है। हर चौक-चौराहे पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। यहां-वहां गंदगी पसरी रहती है। पूरा शहर धूल-गर्दे से पट गया है। शहर में बाइक चोरी, लूट, छिनतई, चोरी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। पता नहीं कैमरे चलते भी हैं या नहीं। आम लोगों को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा है।

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